DA Hike On Diwali: दिवाली का पावन त्योहार नजदीक आ रहा है और इस बार केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए यह त्योहार और भी खास हो सकता है। सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार अगले महीने दिवाली के मौके पर महंगाई भत्ते में संभावित वृद्धि की घोषणा कर सकती है। यह निर्णय लगभग 1.1 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकता है।
त्योहारी मौसम में यह घोषणा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इस समय परिवारों पर अतिरिक्त खर्च का बोझ होता है। दिवाली, दशहरा और अन्य त्योहारों की तैयारियों के लिए लोगों को अधिक पैसे की जरूरत होती है, और ऐसे में महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी एक स्वागत योग्य कदम होगा।
कितनी हो सकती है बढ़ोतरी
विभिन्न सरकारी सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस बार महंगाई भत्ते में 3 से 4 प्रतिशत तक की वृद्धि की संभावना है। वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारी 55 प्रतिशत महंगाई भत्ता प्राप्त कर रहे हैं। यदि यह वृद्धि लागू होती है, तो यह दर बढ़कर 58 से 59 प्रतिशत तक पहुंच सकती है।
यह बढ़ोतरी केंद्र सरकार की द्विवार्षिक समीक्षा प्रणाली का हिस्सा है। सामान्यतः सरकार साल में दो बार महंगाई भत्ते की समीक्षा करती है – पहली बार जनवरी से जून की अवधि के लिए और दूसरी बार जुलाई से दिसंबर की अवधि के लिए। अब जुलाई से दिसंबर 2025 की अवधि के लिए इस वृद्धि की घोषणा की जा सकती है।
पिछली वृद्धि का विवरण
इस वर्ष मार्च 2025 में सरकार ने जनवरी से जून 2025 की अवधि के लिए महंगाई भत्ते में 2 प्रतिशत की वृद्धि की थी। इस वृद्धि के बाद महंगाई भत्ता 53 प्रतिशत से बढ़कर 55 प्रतिशत हो गया था। अब दूसरी छमाही के लिए अपेक्षित वृद्धि इससे भी अधिक हो सकती है।
महंगाई भत्ते की गणना उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर की जाती है। जब बाजार में महंगाई बढ़ती है, तो सरकार कर्मचारियों की खरीदारी क्षमता को बनाए रखने के लिए इस भत्ते में वृद्धि करती है। वर्तमान आर्थिक परिस्थितियों और मुद्रास्फीति की दर को देखते हुए यह वृद्धि उचित प्रतीत होती है।
वेतन और पेंशन पर प्रभाव
महंगाई भत्ते की वृद्धि का प्रभाव सीधे तौर पर कर्मचारियों के वेतन और पेंशनभोगियों की पेंशन पर पड़ता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी पेंशनभोगी की मूल पेंशन 9000 रुपए है, तो वर्तमान में 55 प्रतिशत की दर से उसे 4950 रुपए महंगाई भत्ता मिलता है। इस प्रकार उसकी कुल पेंशन 13950 रुपए होती है।
यदि महंगाई भत्ता बढ़कर 58-59 प्रतिशत हो जाता है, तो यही पेंशनभोगी को लगभग 14220 रुपए की पेंशन मिलेगी। इसका अर्थ है कि हर महीने उसे लगभग 270 रुपए का अतिरिक्त लाभ होगा। साल भर में यह राशि 3240 रुपए तक पहुंच सकती है।
वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए यह लाभ और भी अधिक हो सकता है। न्यूनतम वेतन 18000 रुपए वाले कर्मचारी को वर्तमान में 9900 रुपए महंगाई भत्ता मिलता है। वृद्धि के बाद यह राशि 10440 रुपए तक बढ़ सकती है, जिससे उसे हर महीने 540 रुपए का अतिरिक्त लाभ होगा।
दिवाली के अवसर पर महंगाई भत्ते की संभावित वृद्धि केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक सुखद समाचार है। यह वृद्धि न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाएगी बल्कि त्योहारी खर्चों में भी राहत प्रदान करेगी। हालांकि अभी तक यह केवल संभावना है, लेकिन सरकारी तंत्र में इसकी चर्चा जारी है।
सरकार की इस संभावित पहल से करोड़ों परिवारों को लाभ होगा और देश की अर्थव्यवस्था में भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। बढ़ी हुई खरीदारी क्षमता से बाजार में मांग बढ़ेगी और इससे समग्र आर्थिक गतिविधियों को बल मिलेगा।
अस्वीकरण: यह लेख विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और सरकारी सूत्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। महंगाई भत्ते की वास्तविक वृद्धि और इसकी घोषणा की तारीख सरकार के आधिकारिक निर्णय पर निर्भर करती है। पाठकों से अनुरोध है कि वे आधिकारिक घोषणा का इंतजार करें और केवल प्रामाणिक सरकारी स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें।