आधार कार्ड वालों के लिए बड़ी खबर ! नया नियम आज से लागू Aadhar Card Update 2025

Aadhar Card Update 2025: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने वर्ष 2025 से आधार कार्ड संबंधी कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव किया है। ये नए नियम सभी आधार कार्ड धारकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं और इनका पालन करना अनिवार्य है। नए दिशा-निर्देशों का उद्देश्य आधार प्रणाली को और अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और कुशल बनाना है।

इन नियमों के तहत दस्तावेजों की नई सूची, अनिवार्य अपडेट प्रक्रिया, बच्चों के बायोमेट्रिक अपडेट और केवल एक आधार नंबर की मान्यता जैसे कई महत्वपूर्ण बदलाव शामिल हैं। सभी नागरिकों को इन नए नियमों की जानकारी रखना आवश्यक है ताकि वे अपने आधार कार्ड को समय पर अपडेट कर सकें और सरकारी सेवाओं का निरंतर लाभ उठा सकें।

दस्तावेजों की अद्यतन आवश्यकताएं

नए नियमों के अनुसार आधार कार्ड बनवाने या अपडेट करवाने के लिए चार प्रकार के दस्तावेज आवश्यक हैं। पहला है पहचान प्रमाण (पीओआई), जिसके लिए पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट का उपयोग किया जा सकता है। दूसरा है पता प्रमाण (पीओए), जिसके लिए बिजली का बिल, पानी का बिल, गैस का बिल, बैंक पासबुक या राशन कार्ड प्रस्तुत करना होगा।

तीसरा दस्तावेज है जन्मतिथि प्रमाण, जिसके लिए जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल का प्रमाण पत्र या पासपोर्ट का इस्तेमाल हो सकता है। चौथा और अंतिम दस्तावेज है रिश्ते का प्रमाण (पीओआर), जो मुख्यतः बच्चों के आधार कार्ड बनवाने के लिए आवश्यक है। इसके लिए माता-पिता का आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र या स्कूल का प्रमाण पत्र उपयोग किया जा सकता है।

एकल आधार नंबर की अनिवार्यता

नए नियमों में एक बेहद महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि अब केवल एक ही आधार नंबर मान्य होगा। यदि किसी व्यक्ति के पास गलती से दो या अधिक आधार नंबर हैं, तो सबसे पहले जारी किया गया आधार नंबर ही मान्य रहेगा और बाकी सभी को रद्द कर दिया जाएगा। यह नियम डुप्लिकेट आधार कार्ड की समस्या को हल करने के लिए बनाया गया है।

यूआईडीएआई की डेटाबेस में अगर किसी व्यक्ति के एक से अधिक आधार नंबर मिलते हैं, तो स्वचालित रूप से नवीन नंबरों को निष्क्रिय कर दिया जाएगा। इस प्रक्रिया में व्यक्ति को कोई शुल्क नहीं देना होगा, लेकिन उसे अपनी सभी सेवाओं को मूल आधार नंबर से जोड़ना होगा।

पुराने आधार कार्ड का अनिवार्य नवीनीकरण

दस वर्ष या उससे अधिक पुराने आधार कार्ड धारकों के लिए अब अपडेट करवाना अनिवार्य कर दिया गया है। यह नियम इसलिए बनाया गया है क्योंकि लंबे समय में व्यक्ति की शारीरिक विशेषताएं, पता और अन्य जानकारियां बदल सकती हैं। जिन लोगों का आधार कार्ड दस साल से अधिक पुराना है, उन्हें अपनी फोटो, बायोमेट्रिक डेटा और व्यक्तिगत जानकारी को अपडेट करवाना होगा।

यदि समय पर अपडेट नहीं करवाया जाता है, तो आधार कार्ड निष्क्रिय हो सकता है। इसका सीधा प्रभाव सरकारी योजनाओं, सब्सिडी, बैंकिंग सेवाओं और अन्य आवश्यक सेवाओं पर पड़ सकता है। इसलिए सभी नागरिकों को अपने आधार कार्ड की जारी करने की तारीख की जांच करनी चाहिए और आवश्यकतानुसार अपडेट करवाना चाहिए।

पता अपडेट में सुधार

पता अपडेट करने की प्रक्रिया को भी सरल बनाया गया है। अब पता बदलते समय ‘केयर ऑफ’ या माता-पिता अथवा पति का नाम जोड़ना अनिवार्य नहीं है। केवल वैध पता प्रमाण दस्तावेज प्रस्तुत करना पर्याप्त है। यह बदलाव विशेषकर महिलाओं और युवाओं के लिए फायदेमंद है जो अपना पता बदलना चाहते हैं।

नए पता प्रमाण के रूप में बिजली बिल, पानी बिल, गैस बिल, टेलीफोन बिल, बैंक पासबुक या स्टेटमेंट का उपयोग किया जा सकता है। यह दस्तावेज तीन महीने से अधिक पुराना नहीं होना चाहिए। इस सरलीकरण से लोगों को पता अपडेट करने में आसानी होगी।

बच्चों के लिए विशेष प्रावधान

बच्चों के आधार कार्ड के लिए नए नियमों में विशेष प्रावधान किए गए हैं। पांच वर्ष और पंद्रह वर्ष की आयु में बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट करवाना अनिवार्य है। यह इसलिए आवश्यक है क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ बच्चों की शारीरिक विशेषताएं बदलती रहती हैं।

सरकारी स्कूलों में इसके लिए विशेष अभियान भी चलाए जा रहे हैं। स्कूली बच्चों के लिए आधार केंद्र स्थापित किए गए हैं जहां वे आसानी से अपना बायोमेट्रिक अपडेट करवा सकते हैं। माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों के आधार कार्ड की नियमित जांच करें और समय पर अपडेट करवाएं।

ऑनलाइन प्रक्रिया और अपॉइंटमेंट सिस्टम

नई व्यवस्था के तहत आधार केंद्र जाने से पहले ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेना आवश्यक है। यह व्यवस्था भीड़भाड़ कम करने और सेवा की गुणवत्ता बेहतर बनाने के लिए शुरू की गई है। myAadhaar पोर्टल या मोबाइल एप के माध्यम से अपॉइंटमेंट बुक किया जा सकता है।

ऑनलाइन अपडेट की सुविधा भी उपलब्ध है जहां कुछ जानकारियां घर बैठे ही अपडेट की जा सकती हैं। फोटो, पता और मोबाइल नंबर जैसी जानकारी को ऑनलाइन बदला जा सकता है। हालांकि, कुछ अपडेट के लिए शुल्क देना पड़ सकता है।

समय पर अपडेट न करने के परिणाम

समय पर आधार अपडेट न करवाने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। सबसे पहले, आधार कार्ड निष्क्रिय हो सकता है जिससे इसका उपयोग किसी भी सरकारी या निजी सेवा में नहीं किया जा सकेगा। दूसरे, सरकारी योजनाओं का लाभ बंद हो सकता है और तीसरे, बैंकिंग सेवाओं में बाधा आ सकती है।


अस्वीकरण: यह लेख विभिन्न सरकारी स्रोतों और मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार किया गया है। आधार संबंधी किसी भी कार्य से पहले कृपया यूआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट से नवीनतम जानकारी प्राप्त करें। नियमों में बदलाव की स्थिति में केवल आधिकारिक सूचना ही मान्य होगी।

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